✨ ममता कुलकर्णी: ग्लैमर, सफलता और अचानक गायब हो जाने की कहानी ✨
क्या आप जानते हैं कि एक साधारण सी लड़की से बॉलीवुड की सबसे चमकदार सितारों में शामिल होने तक का ममता कुलकर्णी का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है?
1992 में फ़िल्म तिरंगा से डेब्यू करने वाली ममता ने महज़ 12 साल के करियर में वो शोहरत हासिल की, जिसके लिए कई अभिनेत्रियाँ दशकों तक संघर्ष करती रहीं। सबसे बड़ा खिलाड़ी, आंदोलन, बाज़ी, क्रांतिवीर, करण अर्जुन, वक़्त हमारा है, चाइना गेट और आशिक आवारा जैसी फिल्मों ने उन्हें दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए जगह दिलाई।
लेकिन… जब करियर अपने चरम पर था, तब अचानक ममता ने फिल्मों को अलविदा कह दिया। 2002 में कभी तुम कभी हम उनकी आख़िरी रिलीज़ रही और इसके बाद उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड से पूरी तरह दूरी बना ली।
आज भी ममता कुलकर्णी को हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत और करिश्माई अभिनेत्रियों में गिना जाता है। उनकी कहानी सिर्फ सफलता की नहीं, बल्कि उस रहस्य की भी है कि आखिर क्यों उन्होंने फिल्मी दुनिया से किनारा किया।